जब से मी टू का वायरस फैला है, तब से अच्छे-अच्छो के कच्छे उतर कर खूंटी पर टंग रहे हैं। जिनके चौखटां पर लोगों को अगाध श्रद्धा का भाव था, वह भाव-भजन बेआबरु हो कर गंदे गटर में सरकता जा रहा है, बहता जा रहा है। अब खुदा खैर करे […]
हर दम घमंड में चुर, मिट्टी का पुतला बहुत मगरूर । हर पल दूसरे को नीचा दिखाने का लुत्फ उठा रहा है।। मिट्टी में एक दिन मिलना है सभी को पता है उसे । क्यों फिर दूसरे की मिट्टी को छोटा बता रहा है।। छोटा है अस्तित्व मिट्टी के दीया […]
साथियो आज एक ऐसा विषय को लेकर आपके सामने आया हूँ / जिस पर हर इंसान एक दम से वोना हो जाता है/ उसे अच्छे बुरे का ज्ञान होते हुए भी वह असहाय सा दिखता है /और ये विषय है नारी की जिद्द ? बड़े बड़े विद्धमान लोग भी इस […]
अमृता प्रीतम की पुण्यतिथि 31 अक्टूबर पर विशेष…………. अमृता प्रीतम की रचनाओं को पढ़कर हमेशा सुकून मिलता है. शायद इसलिए कि उन्होंने भी वही लिखा जिसे उन्होंने जिया. अमृता प्रीतम ने ज़िंदगी के विभिन्न रंगों को अपने शब्दों में पिरोकर रचनाओं के रूप में दुनिया के सामने रखा. पंजाब के गुजरांवाला में […]
नजर लग न जाये जमाने की बहुत आदत है मुस्कुराने की करते हो तो इजहार भी करों बात अच्छी नहीं इश्क छुपाने की इक तेरे दीदार को तरसता रहा क्या जरूरत नजरें झुकाने की शोखी ये शरारत ये बाँकपन तेरा अदा खूबसूरत तेरी है लुभाने की मिलो दो पल तो […]
खरीदारी जब भी करो जागरूकता हो अपार गुणवत्ता परखना जरूरी कीमत न हो बेशुमार गारन्टी है या वारन्टी इसका भी ले लो प्रमाण जो कीमत की है अदा रसीद उसकी आपका अधिकार वस्तु खरीदी या खरीदी हो सेवा बेहतर हो यही सुखदेवा खामी कोई भी पाये जाने पर खामोश न […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।