आत्मा मैली हो गई इसे कीजिए साफ व्यर्थ के आकर्षण से बचकर रहिए आप स्व पर राज करने को कर्मेन्द्रिय जीत बनिए मन,बुद्धि ,संस्कार से आत्म बलशाली बनिए मनुष्य से देवता बनने का राजयोग ही मार्ग है आदि,मध्य,अंत ज्ञान का गीता मात्र आधार है। #गोपाल नारसन परिचय: गोपाल नारसन की जन्मतिथि-२८ […]

सर्दी की सर्द रातों में जो गर्म अहसास दे उसी को प्यार कहते हैं। जब कोहरा घना छाया हो गमों का और उस की एक मुस्कान से मन में नई स्फूर्ति आ जायें, उसी को प्यार कहते हैं। रोये अगर वो अपने आँसुओ को छिपा कर और आँखे तुम्हारी छलक […]

वो उड़ती पतंग सा बचपन जो था,वो कहाँ गया। वो जो बिन मौसम होती बरसात , वो कहाँ गयी।। छोटी – छोटी चीजो की वो चाहत जाने कहाँ गयी। वो अपनी बात मनवाने की आदत जाने कहाँ गयी। गुजरते हुए वक्त में सब सपने जैसे कहीं खो से गये। वो […]

प्रेम सभी से सकल हो, भाव अपने अटल हो ! और अपनो को अपनो से ही आशाये हो ! जो बिन बोले व्यथा अपनो की जान ले ! और मुसीबत में फसे अपनो को उभर दे !! खुशियों के लिए क्यों, किसी का इंतज़ार ! आप ही तो हो अपने,जीवन […]

लोकतंत्र का अभिमान हूँ मैं भारत का संविधान हूँ। मुझमे बसा है भारत देखो हिंदुस्तान की जान हूँ। । मैने समता सम्प्रुभता से भारत को सींचा था। बाबा के सपनों में मैंने समाज वाद भी देखा था।। टूटे मेरे सपने स्वराज के राजघाट में लेटा हूँ। संसद के गलियारों में […]

फ़िल्म समीक्षक इदरीस खत्री द्वारा एक आकलन हाल ही फ़िल्म प्रदर्शित हुई ठग्स ऑफ हिन्दोस्तान, जिसके प्रदर्शन पूर्व बड़ी बड़ी घोषणाए, लोक लुभावन वादे ओर फ़िल्म को लेकर सपने दिखाए गए थे हत्ता की प्रचार में फ़िल्म को भारत की सार्वकालिक महंगी फ़िल्म बताया गया बजट 250+60यानी 300 करोड़ी फ़िल्म […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।