बहुत जी चुके इन वीरानों में,बस साँसों का जाना बाकी है, इस सूने आगार में दिल के तेरा आना बाकी है..। बाकी है तेरे हाथों से कुछ जाम सुनहरी रातों में, बाकी है विलय मेरा हो जाना,तेरी झील-सी गहरी आंखों में, हाथों में लेकर हाथ वो चलना,पथरीली पंगडंडी पर भरी […]