सुनो न, सुनो न.. देखो तोड़ रहा हूं, फूल तुम्हारे ख्यालों काl मन की गहराइयों से, एक-एक फूल तुम्हारी यादों का.. रेशम-सा सुनहरा, जो तुमने दिया था.. अब वो धागा न रहा पहनोगी न तुम। सुन रहा हूं, धुन तुम्हारी खामोशी की.. लबों पर जो सजी थी बांसुरी-सी, और घाव-सी […]

टूटकर फिर उगते दरख़्त। उग कर फिर टूटते दरख़्त।। हर मुश्किल से जूझते दरख़्त। आसमां को चूमते दरख़्त।। सर उठाए  झूमते दरख़्त। सर झुकाए जमीं को चूमते दरख़्त।। ज़मीन को न छोड़ते दरख़्त। नहीं किसी को ढूंढते दरख़्त।।   नहीं किसी को छोड़ते दरख़्त। चाहतों की छांव से लुभाते दरख़्त।। […]

मुझे स्टार एलायंस की ओर से एक ई-मेल प्राप्त हुआ,जिसमें उन्होंने मुझसे मेरी पिछली हवाई यात्रा के अनुभव के बारे में कुछ प्रश्नों के उत्तर देने का अनुरोध किया था। स्टार एलायंस विमान कंपनियों का एक गठबंधन-समूह है,जिसमें एयर इंडिया सहित विश्व की अनेक विमान कंपनियां शामिल हैंl जब मैं […]

(कुलभूषण जाधव की फाँसी पर सवाल) न मानेगा धूर्त पड़ौसी,शांति की वार्ताओं से, अब हल नहीं निकलेगा,सिर्फ कड़ी निंदाओं से।   कुलभूषण की फाँसी पर,क्यों मौन साधना साधे हो, अफजल के चाचाओं,क्या सिर्फ दुश्मन के प्यादे हो। सुप्रीम कोर्ट की चौखट पर,रतजगा-सा कर डाला, एक आतंकी की फांसी पर,रोए थे […]

बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर की फिल्म `हाफ गर्लफ्रेंड` का ट्रेलर प्रदर्शित  हो गया है। इस फिल्म में अर्जुन एक बिहारी लड़के के किरदार में है,जिसका हाथ अंग्रेजी में टाइट है। ऐसे में फिल्म के ट्रेलर लॉन्च पर अर्जुन ने कहा कि,-इस फिल्म के बाद से इंग्लिश के बजाय लोग अपनी स्थानीय भाषा को महत्त्व […]

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एक ख्वाहिश निकली है दिल से, कि छू लूं यह आसमान संग ज़मीं केl बन जाऊं मैं ज़िन्दगी,ज़िन्दगी की, हो न जाऊं इस दुनिया की प्रीत से दूर मैं.. बस मिटा दूँ हर दुःख को इस ज़मीं से मैंl एक ख्वाहिश निकली है दिल से, समेट लूँ  हर ख़ुशी अपने आँचल मेंl दिखला दूँ  इस दुनिया […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।