बीत गया और एक साल, छोड़ गया कुछ और सवाल। अब कहाँ से शुरु करूँ, किसको अपनी व्यथा कहूँ। ये जो जीवन है मेरा, हमेशा ऋणी है तेरा। इसमें मैंने गलत किया, भूलों का झुण्ड खड़ा किया। ऐसी भूल भी की, जो प्रिय था कानों को, जो प्रिय था विचारों को, […]
नए सत्र का स्वागत करने, हो जाओ तैयार साथियों सरकारी हो ‘असरकारी’, ठान लो फिर एक बार साथियों। कोई हमसे नहीं कहेगा , सुननी होगी अंतर्मन की अनुपम अवसर मिला हमें, सेवा करने बचपन की, भावी प्रतिभा छुपी अनेक,लेना तुम सँवार साथियों। नए सत्र का स्वागत करने, हो जाओ तैयार […]
व्यर्थ पसीना बहा रहे हो खेत और खलिहान में, इस मेहनत की कोई कीमत नहीं है हिंदुस्तान में। कुर्सी पर बैठे हैं जो भी उनके लिए कब्र खोदो, सच मानो तो काम लगाओ चलकर कब्रिस्तान में। #डॉ.कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’ Post Views: 442
आओं बच्चों साथ चलें, हाथ में ले हम हाथ चलें॥ हिलमिल सबमें अपनापन और, प्रीत-प्यार की बात चले॥ मानव का मानव से नाता, सभी रहें एक,बनकर भ्राता॥ आपस में हो भाईचारा, देखो वक्त दूर से गाता॥ संयम,समता और समर्पण, सामूहिकता को अपनाएं॥ आई सम्मुख नई भोर को, चलो बढ़ें,हम पास […]
वो हिन्दू भी देते हैं ईद की मुबारकबाद, जिनके दिलों में मुहब्बतों के दीप जल रहे। वो मुस्लिम भी देते हैं दिवाली की बधाई, जिनके दिलों में अमनो-चैन के ख्वाब पल रहे॥ दिल के किसी कोने में अब भी इंसानियत जिंदा है, दुख इतना है कि चंद गद्दारों से पूरी […]
स्त्रियों का विमर्श शुरू होता है पुरुषों के परामर्श से। जिसमें आदिकाल से स्त्रियों को बेचारी अबला या फिर देवी धात्री सर्वपूज्या कहा गया। नवदुर्गा में कन्या पूजा कर फिर उसे कोख में मार डालते हैं। ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान चलाते हैं। मुँह अंधेरे बसों में,ऑटों में,कार में करते हैं […]
आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है।
आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं।
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया।
इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं।
हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।