बहुत दिन हुये तुमसे बातें हुयी फिर से वो ही बरसात बरसा दे। तड़पता रहा बूंद की प्यास लेकर मुलाक़ात तेरी मुझे तड़पा दे। सौंधी सी बिखरी सांसो की खुशबू निगाह जो तेरी धड़कन बढ़ा दे। बहुत दिन हुये तुमसे बातें हुयी फिर से वो ही बरसात बरसा दे।   […]

सुन रहा है दिल की आहें जायें हम दायें या बायें तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहा?? गिद्ध बनकर ताड़ते जिस्म नोचते चिंघाड़ते बैठे हैं बहशी दरिन्दें खार में खूँखार से तू है खुदा तो है कहाँ?? तू है खुदा तो है कहाँ?? जल […]

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शहीदों को नमन करना हमारा फर्ज है यारों। जो भिड़ने मुल्क से आए उसे मिलकर के तुम मारो।। कभी अर्जुन बनोगे तुम,कभी *कृष्णा* बनोगे तुम, अगर जो कंस आ जाए सुदर्शन हाथ में धारो।। #कृष्ण कुमार सैनी”राज”, दौसा,राजस्थान मो. Post Views: 374

दर्द के उन मसीहों को चलो हम याद करते हैं याद करतें हैं कैलाश रफ़ी को याद करते हैं। दर्द के उन मसीहों को चलो हम याद करते हैं। बने हैं दर्द में ग़ालिब मिसालें उनकी क़ायम हैं करते हैं याद अरजीत निदा को याद करते हैं। दर्द के उन […]

माँ कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे सुनते थे कहानी परियों की तब आँख बन्द कर सोते थे। मां कहकर जब हम रोते थे लगते थे गले चुप होते थे। चलते थे पकड़कर हम उँगली घर-आँगन में जब गिरते थे खेलते थे मिट्टी के खिलौने […]

खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। मर्ज की आड़ में छिपकर दर्द क्यों तूने दे डाला खड़ा हो होश कर ग़ालिब ज़हन में क्यों तू ज़िन्दा है। दर्द के उस मसीहे का पता हो गर बता देना पुकारा है किसी ने आज सोया हो गर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।