एक नन्हीं-सी कली थी, गर्त में कबसे पड़ी थी पास में बस खार था, बेरहम परिवार था पथिक एक पथ पर मिला है… आज मन उपवन खिला है। धूल,वर्षा सब सही थी, टूटकर फिर से खिली थी कोई भी मंजिल नहीं थी, राह में मुश्किल बड़ी थी नव सृजन फिर से […]

मीलों कोई छांव नहीं, बागों वाला गांव नहीं, पोखर,नहर, कुएं, रीते-रीते देखे हैं हरे भरे पेड़ काट, धरती को लिया बाँट,  खेतो में ट्यूबवेल खाली लगे देखे हैं। पर्वतों को काट-काट, बना दिए रेल मार्ग, धरती डगमगाती, भूकंप आए देखे हैं। वृक्ष को लगाओ आज,  धरती श्रृंगार करे, फूल-फल अंग […]

मैं तपती धरती हूँ प्रियतम, तुम पावस की हो जल धार मिल जाए गर नेह तुम्हारा मना लूं मैं भी एक त्यौहार। जब-जब खिली चांदनी छत पर, तारों संग बारात लिए चुनर डाल चली सिर ऊपर शरमाई मधुमास लिए पायजेब ही शोर मचाए सौतन-सा करती व्यवहार।मिल जाए….।। छोटी-सी बदली ने […]

भारती के पुत्र आज, लेखनी उठा के हाथ अपने शहीदों को, सलाम लिख दीजिए। दुश्मनों के संग-संग, होली खेले लाल रंग, ऐसे वीर सैनिकों का नाम लिख दीजिए। खून से से भरे जो मांग, शोले-सी छुपाए आग, ऐसी मातृ शक्ति को प्रणाम लिख दीजिए। देश मे छुपे हैं जो, आतंक […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।