जब धरा पर खेले दुश्मन, वीरों के ख़ून से होली कैसे मैं कविता लिखू,.. स्याही भर लाल-काली भरत खंड का वासी राज, गहन मौन में खोया हूँ वीर शहीदों के यादो में, लिखते-लिखते रोया हूँ पुलवामा में आतंकीयों ने, वीरों के लहू से रंगाये वीर माताओं के लालों को मौत […]

गरजा नभ मंडल में मिराज,. हुआ देख दंग पाक राफ़ेल बाक़ी है अब भी,. हरकत ना कर नापाक आतंकी हरकतें तेरी ए, घनघोर मिसाइल बरसी तेरी आदत है असुरी, देख हिंद क्या क्या करसी सिर्फ़ वायु सेना ही बरसी, वो भी तुम्हें भारी पड़ी पाक तेरे आगे अब, जल,. थल […]

मांग में भरकर सिंदूर, माँग पर माँग टिका लगाई माथे पर सजाईं बिंदिया,. कंगनो से भरी कलाई रचाई मेहंदी अपने हाथो में नाक में नथनी लगाई सज धज सोलह शृंगार कर मैं आज निखर आई भाग लिए सुहागन का रहें जन्मो जन्मो का साथ पूर्ण हुई हर आभिलाषा रहे परिपूर्ण […]

आज है पन्द्रह अगस्त धारा सजी सोलाह श्रिंगार लालक़िला साक्षी रहा सेनाओं के शस्त्र/हथियार कैसी ये आज़ादी है,. है आज़ादी अभी भी अधूरी मासूम सी बालायें नहीं है,. अब भी सुरक्षित पूरी भाई चारा रहे वतन में,…. अमन चैन का हो नारा जात धर्म के नाम पर।, कभी कोई न हो […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।