ग़ज़ल …………1 जख़्म कितने छुपाने पड़े। सौ बहाने बनाने पड़े। ==================== आँसुओं पर नज़र जब गई, हैं ख़ुशी के ,जताने पड़े। ==================== जो तरफ़दार बनकर मिले, नाज़ उनके उठाने पड़े। ==================== पास थे जो शिक़ायत,गिले, आज दिल से हटाने पड़े । ==================== जो ख़ुशी ने दिए फायदे, सब हवा में […]