मुसलिफी में जीना, शौहर का पीना, बात -बात में ताना, बाहरी का दुत्कार, अपनों से तिरिस्कार, पति का मार, हार-थक कर भी, वो थकती नहीं।।1।। बाहर मजदूरी, घर में गृहणी, बच्चों को संभालना, रूठना मनाना, प्यार -दुलार ,लोरी सुनाना, चूल्हा -चौक करना, थक कर भी, वो थकती नहीं है।।2।। दिन […]