सूरज चाँद सितारे है प्यारे, पेड़ पहाड़ ये झरने है सारे। प्रकृति के उपहार है निराले, ये सब मानव के है रखवाले। बादल धरती पर वर्षा करते, नदी ताल तलैया सब भरते। सावन फुहारें बूँदों की जान, तरंगिणी का कल कल गान। सूरज जग को रोशन करता, चँन्द्रमा से मिलतीे […]

पुस्तक समीक्षा पुस्तक – वाजपेयी – एक राजनेता के अज्ञात पहलू लेखक – उल्लेख एन.पी अनुवाद – महेंद्र नारायण सिंह यादव कीमत – रू. 350मात्र प्रकाशक – मंजुल पब्लिशिंग हाउस ‘भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक पर रोचक पुस्तक’ – इस पुस्तक के विषय में वॉल्टर ऐंडरसन ने […]

बहुत झगड़ालू होती हैं औरतें जब देखो तब झगड़ती हैं मेरी पत्नी मुझसे अक्सर झगड़ती है जब मैं बाजार से समोसे,कचोरी और आलू की टिक्की ले आता हूँ कितनी निष्ठुर है, उससे परांठे मांगता हूँ,तली हुई चिप्स और साथ में भुजिया मांगता हूँ तो मना कर देती है अक्सर झगड़ती […]

हम फिर से आदम बन गए हैं कच्चा मांस फिर पसन्द करने लगे हैं अंतर इतना ही…. पहले जानवर का करते थे अब औरत का शिकार करने लगे हैं कपड़े भी कहाँ सुहाते हैं हमें आजकल? खुद तो दिल,दिमाग से नंगे हैं ही सामने औरत दिख जाए तो उसे भी […]

स्वतंत्रता की चलाई आंधी, नाम था उसका मोहन गाँधी, अंगेज गूस गए देश के अंदर चेतन् हो गया था पोर बंदर Bapu जनता  की उसने  बनाई कुमक दांडी से उसने उठाया नमक  कस्तूरबा से करवाया श्रम अहमदाबाद में बनाया आश्रम बचपन में चबाये चने इंग्लेंड जाकर बेरी स्टार बने स्वतंत्रता […]

कविता में संवेदना और प्रेम की नदियाँ बहती है | सच्चा कवि-रचनाकार वो है जो किसी भी स्थान या जगा की परवाह किये बिना कविता की रचना करने में ही रस होता है | कितने लोग कविता पढने की टालते है | किसी को कभी कभी कविता सुनने में भी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।