भीषण गर्मी व्याकुल बनाती अच्छो अच्छो को पसीने लाती तन पर कपड़ा भी चुभने लगा पंखा,एसी सब भाने लगा ठण्डी जगह घूमने जाते छुट्टियों का लुत्फ़ उठाते पर मजदूर मजदूरी कर रहा है पसीना पसीना हो रहा है महंगाई भी पसीना बढ़ा रही जीना मुश्किल बना रही परमात्मा सरकार को […]

मीडिया मे आई नकारात्मकता समाप्त हो और आध्यात्म के रास्ते पर लाकर मीडिया को भी सकारात्मक सोच के सन्मार्ग पर लेकर चला जा सके।इसके लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय अपने मीडिया विंग के माध्यम से भारत और नेपाल के पत्रकारो को एक वर्ष मे कम से कम दो बार […]

पशु पक्षी भी जीव है रखिए इनका ध्यान दाना पानी इनको मिले मिले सुरक्षित स्थान हिंसा इनपर करो नही ये भी प्रभु सन्तान प्यार इन्हें भी कीजिए पाइए बदले मे प्यार जीवन है अनमोल सभी का है ये ईश्वरीय उपहार जियो और जीने दो सबको परमात्म भी करेगे प्यार। #गोपाल […]

जिंदगी वह सफल है जिसमे पुरुषार्थ का फल है भाग्य नही पुरुषार्थ बड़ा है यह भाग्य से आगे खड़ा है पुरुषार्थ ही है ईश्वर सेवा जीवन मे मिलती है मेवा इससे सब अपने बन जाते आप सभी के प्रिय हो जाते जीवन मे खुशिया आ जाती परमात्म कृपा स्वत:हो जाती […]

आशीष जो पाते बड़ो का जीवन बनता उनका खुशहाल जो अनादर करे बुजुर्गो का समाज न दे उनको सम्मान बुजुर्ग हर किसी को बनना है आज नही तो कल बनना है जो व्यवहार चाहते हम अनुज से वही व्यवहार बडो से करना है जिसने भी बडो का मान बढ़ाया उनको […]

नकारात्मकता मन से निकालो सकारात्मकता मन मे बसा लो परिवर्तित जीवन हो जायेगा सबकुछ अच्छा हो जाएगा नकारात्मकता जीवन पर भारी तनाव करता हम पर सवारी बीमारियो को निमन्त्रण देता शांति मन की हर लेता सारी सकारात्मक सोच अच्छा बनाती जीवन मे खुशिया ले आती कोई पराया न रहे इस […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।