अनुबंध और तमाम शर्तों के बाद भारत के नीले आकाश में गुलाबी गुलाल के बादलों ने 15 अगस्त 1947 की सुबह को अपने आलिंगन में ले लिया था, यह वही समय रहा जब लाल किले ने तिरंगे को देखा होगा, शायद भारत के भाग्य में अर्द्ध रात्रि को मिली रहस्यमयी […]

संदर्भ:- 15 अगस्त    भारत को ब्रिटिश सरकार से छुटकारा दिलाने के लिए कई क्रांतिकारियों ने अपने प्राण न्योछावर कर दिए तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में तांत्या तोपे, झांसी की रानी लक्ष्मी बाई ने अपने प्राणों की बाज़ी लगा दी थी। आज़ादी की […]

बरसात का मौसम शुरू ही देश के कई राज्य बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। बाढ़ से जान व माल का भारी नुक़सान होता है। लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं। कितने ही लोग बाढ़ की वजह से मौत की आग़ोश में समा जाते हैं। सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त […]

प्रखर समाजवादी नेता शरद यादव इन दिनों भाजपा को घेरने के लिए छोटे-छोटे दलों को मिलाकर और उन्हें कांग्रेस से जोड़कर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एक महागठबंधन का जाल बुनने में जुट गये हैं। शरद का मानना है कि कांग्रेस को आगे बढ़कर भाजपा विरोधी सभी मतों को एकजुट […]

प्रखर समाजवादी नेता शरद यादव इन दिनों भाजपा को घेरने के लिए छोटे-छोटे दलों को मिलाकर और उन्हें कांग्रेस से जोड़कर मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एक महागठबंधन का जाल बुनने में जुट गये हैं। शरद का मानना है कि कांग्रेस को आगे बढ़कर भाजपा विरोधी सभी मतों को एकजुट […]

कांग्रेस पार्टी देश की सबसे बड़ी विरोधी पार्टी है लेकिन उसके नेता कितने भौंदू सिद्ध हो रहे हैं ? उनके भौंदूपन ने सारी विरोधी पार्टियों की हवा निकाल दी है। कल तक कांग्रेस असम में नागरिकता के सवाल पर भाजपा सरकार की भर्त्सना कर रही थी। राहुल गांधी और ममता […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।