वो गोली आज तक छलनी है करती जानों दिल अपने , है जलियाँबाग का मातम मेरी आँखों में बचपन से । भगत सिंह नाम है मेरा मैं फ़ौलादी हूँ तन मन से, मेरा चोला बसंती रंग दिया है माँ ने बचपन से । क़सम खाता हूँ मैं अपनी हर इक […]
पुस्तक समीक्षा शीर्षक – दीपक तले उजाला कवयित्री : आदरणीया उर्मिला श्रीवास्तव जी पृष्ठ : 100 मूल्य : 100₹ दीपक तले अंधेरा जी हम सबने सुना और सुन रखा है, कि दीपक तले अंधेरा और वास्तविकता भी यही है, यथार्थपूर्ण कि दीपक जहाँ को तो रौशनी देता है, किन्तु उसके […]
संस्कृत ने संस्कृत कर जन्मा भारत को वरदान दिया , पाला पोसा खूब सजाया माँ ने हिन्दी नाम दिया । सहज मधुर शब्दावली मेरी लिखना -पढ़ना सभी सरल , रस से भरी गगरिया मेरी छंद काव्य का जाम दिया । बहने मेरी सब भाषायें मेरा झगड़ा कहीं नही , हाथ […]
हिंदी है मेरी मातृ सदृश हिंदी की गौरव गाथा है । हिंदी में लिखना भाव प्रकट हिंदी ही हमारी भाषा है । हिंदी वैज्ञानिक लिपि वाली। नहि मूक स्वरों का समावेश निज भाषा उन्नति से ही मिल एक हुआ सम्पूर्ण देश । विस्तृत कलेवर हिंदी का विश्व में दूसरा स्थान […]
भय का कारण तो जान गई भय से है मुक्त कहाँ नारी ? पानी के सहज थपेड़े सह बहने को विवश क्यूं है नारी । है चिन्ता मन में विकट बडी कैसे मैं पार करूँ नदिया ? चलना है दूर बहुत मीलों हमने ना कभी हिम्मत हारी । बेबस ही […]
मुरलीधर कुंजबिहारी तेरी है महिमा न्यारी मटकी फोड़े माखन ले कई नाम तेरे बनवारी। मुरलीधुन सुनकर मोहित गाय गोप नर नारी ।। मोहनि तेरी सूरत पै सौ सौ अनंग बलिहारी। मुरलीधर कुंजबिहारी तेरी है महिमा न्यारी। रक्षक शरणागत के हो कुछ कृपा करो गिरधारी।। विश्व गुरु बन बैठे जब गीता […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।