राखी का अब त्यौहार आया है खुशी का जैसे खुमार आया  है बांधी राखियां भाई की कलाई में गजब चेहरे पे अब निखार आया है अटूट ये रिश्ता अनमोल है बन्धन मिले जब -जब भी करार आया है हिफाजत भाई करेगा रखती है उम्मीदें देखो ये अनोखा प्यार  आया है […]

तुम्हे तो सौपा था केवल मृदुल भाव ही पुरुषत्व के दम्भ मे जलाने क़ो नही।     तुम भूल गए मेरा सतीत्व     तुम भूल गए मेरा अस्तित्व      अब खोल ‘पौरुष’ अपनी आँखें       और देख मेरा विशाल रूप।       मैं केवल एक […]

देखो आया राखी का त्यौहार / साथ पले और साथ बढे हैं खूब मिला बचपन में प्यार भाई-बहन का प्यार बढ़ाने आया है राखी का त्यौहार / राखी का त्योहार है, हर तरफ खुशियों की बौछार है बंंधा एक धागे में, भाई-बहन का अटूट प्यार है / देखो आया राखी […]

राखी का त्यौहार आया ,                   संग में खुशियां हजार लाया । भाई-बहन का सच्चा प्यार ,                       एक धागे में पूरा समाया ।। बहन अपने पीहर आयी ,       […]

रेशम की डोर में बांध रही  उमीदों का संसार इस धागे में छिपा है भाई बहन का प्यार पर करती हूँ सहमा  सा महसूस खुद को  समाज में   पर इंद्राणी की रक्षा करने वाला , कौन होगा  विष्णु इस बार मै भी रहना चाहती हूँ  सम्मान से पर डरती भी हूँ अपने अपमान से घूरती […]

एक राखी ऐसी लाना बहन जो वीरों को दे शक्ति ,गहन। सीमा  पर डटें रहतें  हरदम जिनसे सुरक्षित है , यें वतन ।। भेजना  तुम  उनको  पहले रक्षासूत्र  का  पवित्र  बंधन । जियें हजारों  साल  यें वीर कर रहें है भारती का वंदन ।। एक राखी  वीरों  के  नाम कर […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।