नफरतों से कुछ भी हासिल नही होगा। प्यार से रहकर एक बार तो देखो। जहाँ पर भारत खड़ा है। वहां से भारत सोने की, चिड़िया बन नहीं सकता।। जो न करे महिलाओं का सम्मान, चाहे वो हो मुल्ला या हो महाराज। इन्हें कभी मत दो तुम सम्मना। करो इन सबका […]

हम पंछी नील गगन के डाल डाल पर चूने दाना तिनका तिनका जोड़कर बनाते अपना ठिकाना। एक झोंका मस्त पवन का उड़ा ले जाता उसे फिर वारिश और सर्द रातों में इधर उधर भटकाता मुझे। चंचलता खो जाती चिल्लाहट आ जाती खीझकर अपनो को अपने ही बार बार सताती और […]

एक गर्भस्थ कन्या शिशु की पुकार माँ ओ। माँ सुन रही हो न माँ! मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हूं । मैं तुम्हें देख नहीं सकती , पर तुम्हारी कोख में पल रहीहूं। जब मुझे छूती हो तो ख़ुशी से फूल उठती हूँ माँ । मुझे बेटी समझ निकाल न […]

मोहब्बत वाली बात करेंगे नए वर्ष की शुरूआत करेंगे रहेंगे सभी से मिल जुलकर चाहत की बरसात करेंगे बजाकर डीजे खुशियां मनाए हसीन दिन सुहानी रात करेंगे विवादों को जड़ से मिटा दें नए से फिर ख्यालात करेंगे सिलसिला हो मिलने जुलने का आते जाते यू ही मुलाकात करेंगे प्यार […]

जो खोट है अपने अंदर उनको कर लो अभी से दूर स्वर्णकार बनकर स्वयं सोने संग बन जाओ कोहिनूर घोर कलियुग की कालिमा अब छंटने ही वाली है युग परिवर्तन की बेला है सतयुग किरण आने वाली है इसके लिए खुद को अब तैयार करना होगा जो विकार बचे है […]

ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की सेना के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी को इराक में बगदाद हवाई अड्डे पर अमेरिकी हवाई हमले के दौरान मार दिया गया अमेरिका के रक्षा विभाग द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है राष्ट्रपति के निर्देश पर अमेरिकी सेना ने कासिम सुलेमानी की हत्या करके निर्णायक […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।