बहुत अच्छा है कि खूबियाँ साथ ले के चलो मज़ा तो तब है कि खामियाँ भी साथ ले के चलो कामयाबी की तफ़्तीश पूरी नहीं हो सकती हो सके तो नाक़ामियाँ भी साथ ले के चलो नामदार होने का लुत्फ भी तभी है मियाँ जब कुछ बदनामियाँ भी साथ ले […]
सब हादसे दिन में मुक़म्मल होते नहीं कभी रात को देर तलक भी जागा करो सपने कैसे नेस्तोनाबूत होते हैं हर कदम कभी नंगे पाँव नींदों में भी भागा करो हर शय दूर से खूबसूरत दिखती है जरूर सच के वास्ते चाँद को ज़मीं पे भी उतारा करो दिन में […]
अगर तेरा नूरानी हुश्न चुरा सकता मैं इक और ताजमहल बना सकता मैं कुछ उलझी लटों को तुम्हारी सँवार के इस जमीन पे भी चाँद खिला सकता मैं जहाँ ठहर जाती पल भर को भी तुम जहाँ को खूबसूरत ज़माना दिखा सकता मैं कुछ नज़ाकत लेके तुम्हारे अदाओं की शान्त […]
उसे हँसना खिलखिलाना खूब आता है ऐसे या वैसे दर्द छिपाना खूब आता है चाँद सितारों को टाँक कर ज़ुल्फ़ों में सिर का ज़ख्म सजाना खूब आता है क्या है जो पल्लू में छिपाए चलती है तूफाँ को दिल में दबाना खूब आता है चेहरा जो भी चाहता है कहता […]
अगर तेरा नूरानी हुश्न चुरा सकता मैं इक और ताजमहल बना सकता मैं कुछ उलझी लटों को तुम्हारी सँवार के इस जमीन पे भी चाँद खिला सकता मैं जहाँ ठहर जाती पल भर को भी तुम जहाँ को खूबसूरत ज़माना दिखा सकता मैं कुछ नज़ाकत लेके तुम्हारे अदाओं की शान्त […]
न जाने फ़िज़ाओं में क्या हुआ होगा जब संदली हवाओं ने तुमको छुआ होगा आँखें लज़्ज़त,लब चाशनी,गाल गिलोई मिल कर तुमसे हरकत में हर रूआँ होगा जो देखे तुमको तुम में डूब जाया करे है शर्तिया ही इस बदन में कोई कुआँ होगा ऊँगलियाँ ठहर नहीं पाती उसकी तस्वीर पे […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।