इंदौर । हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे मातृभाषा उन्नयन संस्थान को दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेला 2020 में शनिवार को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन द्वारा 11 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाने के लिए विश्व कीर्तिमान दिया। […]

सोंधी माटी लोनी बघेली साहित्यिक मंच सीधी मध्यप्रदेश द्वारा नये साल के पूर्व संध्या में आयोजित ऑनलाइन कवि सम्मेलन में सम्मिलित कवियों को 08 जनवरी 2020 को बघेली रत्न से सम्मानित किया गया,उपस्थित कवियों में हरि विलास हरि,अरुण पयासी ,सीताशरण गुप्त,अंजनी सिंह सौरभ डॉ.यू बी एस परिहार ,शिवपाल तिवारी, रामसुख […]

हिन्दी पुरोधा राष्ट्र भाषा सेनानी साहित्यवाचस्पति श्री भगवती प्रसाद जी देवपुपुरा स्मृति समारोह तीन दिवसीय के अवसर पर तीसरे दिन राष्ट्रीय बालसाहित्य समिरोह के अवसर साहित्यकार शिक्षक व संपादक शशांक मिश्र भारती को साहित्यमंडल परिवार श्री नाथद्वारा राजस्थान द्वारा श्री भगवती प्रसाद देवपुरा बालसाहित्य भूषण से सम्मानित किया गया ।इस […]

तुम हो कलयुग के भगवान गुरु विद्यासागर। तुम हो ज्ञान के भंडार गुरु विद्यासागर। हम नित्य करें गुण गान गुरु विद्यासागर।। बाल ब्रह्मचारी के व्रतधारी सयंम नियम के महाव्रतधारी। तुम हो जिनवाणी के प्राण गुरु विद्यासागर। हम नित्य करे गुण गान गुरु विद्यासागर।। दयोदय से पशु बचाते भाग्योदय से प्राण […]

वो आवाज था हर युवा का जन चेतना का संचार किया। राष्ट्र वाद का बोध कराकर विचार क्रांति का सूत्रपात किया। विश्व बंधुत्व का संदेश देकर नव युग का निर्माण किया। धर्म सभा में हिंदुस्तान का आलोकित शंखनाद किया। है धन्य धरा भारत भूमि नरेंद्र को जिसने जन्म दिया, वह […]

युवाओं तुम्हें जगना होगा विवेकानंद के सपनों के पथ पर चलना होगा। चारों ओर शोर फैला सडको पर सैलाव उमडा कौन सच्चा कौन झूठा सवालो ने घेरा डाला सब को विश्वास में लाना होगा युवाओं तुम्हें जगाना होगा। कर्तव्य और कार्यशैली ढूँढ रही ईमानदारी हर नजर तालाश रही वो विश्वास […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।