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सभ्य समाज या सभ्य परिवार मनुष्य की जिंदगी को कहाँ तक प्रभावित करता है?..इसका उत्तर है कि,एक सभ्य परिवार ही सभ्य मनुष्य का उत्पादन केन्द्र है। मनुष्य के अंदर ऐसी शक्ति पाई जाती है,जो लोगों को चकित कर दे,वह उसके परिवार की ही देन है। मनुष्य जो कुछ भी सीखता […]

एक राज्य का बहुत बड़ा राजा था,जो निःसंतान था। वह बहुत ही बड़े राज्य का राजा था,पर संतान न होने की वजह से बेहद परेशान रहा करता था।उसे यह चिंता हमेशा सताती कि मेरे बाद इस राज्य का राजा कौन होगा, मेरी जनता की देखभाल कौन करेगा। वह राजा बेहद […]

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अब मिलना चाहता हूँ, सरहद के उस पार से.. कब तक रोकोगे हमें, कब तक बांधोगे हमें.. मिलना है अपने यार से, सरहद के उस पार से..। मत रोको हमें हम इंसान हैं, न हिन्दू हैं ना मुसलमान हैं.. मिलना है हमें इंसानों से, वो मिले इस पार से.. या […]

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मुझे नज़्म लिखनी कहाँ आती है, गीत,ग़ज़ल क्या होते हैं ये भी नहीं पता.. हाँ,ये पता है कि कुछ लिखता ज़रूर हूँ, पर क्या लिखता हूँ…पता नहीं ? ऐसा लगता है कि कभी-कभी अपने, ही फ़साने लिखता हूँ…. तो कभी करता हूँ चाँद की बातें, आसमाँ वाले की नहीं,ज़मी वाले […]

भय के बादल छँट जाने दो, प्रेम की अब बात हो। अलविदा कहो आतंकी रात को, एक नया प्रभात हो। गोली चली,खून बहा.. ज़मीं भी लाल हो गई। हर चप्पा खामोश हुआ, हर गली वीरान हुई। फिर से गूँजे पूजा के सुर, प्रेम की अज़ान हो। अलविदा कहो आतंकी रात […]

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।