——————————— ऐ मानव सुनो प्रकृति को न छेड़ो स्वतंत्र बहने दो नदियों को न बाँधों इनको और न कैद करो स्वतंत्र रहने दो और मस्त रहो। —————————————- स्वतंत्रता सबको है प्यारी भला कबतक कैद रहेंगे मजबूत से मजबूत बाँध बनेंगे अपने वेग से ये जरूर तोडेंगे। —————————————- आजाद मुल्क में […]