सुनो कल करवा चौथ है, आप  जल्दी आजाना, बाजार से सामान लाना है। अनुभा ने थोड़ा जोर से बोलकर कहा। ठीक है, कोशिश करता हूँ अनीश का स्वर धीमा था। अपना बैग लेकर वह आफिस के लिये रवाना होने लगा । माँ खाट पर बैठी पूजा के […]

अनुराधा और नीलम 12वीं की परीक्षा  पास कर ली थी। आज वह दोनो  जम्मू  विश्वविद्यालय में पत्राचार माध्यम से बी.ए. प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने आई थी। उन दोनों को न तो विश्वविद्यालय के विभागों की जानकारी थी और न ही वहां कोई जान पहचान का था। वह दोनों बहुत […]

. .                   *1*  वल्लभ भाई  थे यहाँ, भारत के सरदार। एकीकरणक  देश  के, बना दई सरकार। बना  दई  सरकार, मिटा  देशी  रजवाड़े। भारत  के  हर कोन, तिरंगे  झण्डे गाड़े। कहे लाल कविराय,देश  से प्रीत निभाई। भारत माँ का  पूत,सरदार वल्लभ भाई। .                     *2*  आजादी  के  दौर  में, नेता   हुए  हजार। वल्लभ ,नेहरु  […]

सत्य सूर्य सा अड़िग, सुन्दर है जग मर्त्य। मिश्रित यह संसार है,मिलते सत्य असत्य।। . 🌞🌞 ईश्वर ने सृष्टी रची, मानव के सब कृत्य। सृष्टा दृष्टा दुई भये, जग में सत्य असत्य।। . 🌞🌞 धरा सत्य का रूप है,लक्ष्मी जग में मिथ्य। दोनो आवश्यक हुए ,जानो सत्य असत्य।। . 🌞🌞 […]

चौथ  व्रती  बन  पूजती, चंदा  चौथ   चकोर। आज सुहागिन सब करें,यह उपवास कठोर। यह   उपवास  कठोर , पूजती   चंदा  प्यारा। पिया  जिए  सौ साल, अमर संयोग  हमारा। कहे लाल कविराय, वारती  जती  सती बन। अमर रहे  तू चाँद, पूजती   चौथ  व्रती  बन। .             नारि सुहागिन कर रही,पूजा जप तप ध्यान। […]

आज मेरे गाँव की सूरत दिखाने आई हूँ खोई हुई पहचान से परिचय कराने आई हूँ। साफ सुथरे गाँव में हरियाली का विस्तार था प्रेम से रहते सभी अपनत्व का प्रचार था। गाँव की चौपाल पर ज्ञान की बातें सदा धर्म भक्ति यज्ञ में विश्वास करते सर्वदा। दुःख दर्द में […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।