भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानि आई आई टी रुड़की के शुक्रवार को हुए दीक्षांत समारोह में एक मिनट में 2029 छात्र छात्राओं को दीक्षित कर डिग्री प्रदान कर दी गई।जबकि ये सभी छात्र छात्राएं राष्ट्रपति के हाथों डिग्री लेने का सपना सँजोकर आये थे।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने केवल मैडल व अवार्ड […]

बीत गई दो अक्टूबर गांधी फिर अप्रासंगिक हो जाएंगे कुछ को गांधी की कमियां कुछ को गोड़से भाएंगे जिनसे मिलती हो वोट वही फार्मूला अपनायेंगे गांधी,शास्त्री का क्या है? किताबो से आये है किताबो में चले जायेंगे जैसे राम को बहकाया है वैसे ही इनको बहकायेंगे बस, कुर्सी सलामत रहे […]

दुनिया को शांति,एकता व सम्रद्धि के सूत्र में पिरोने के लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय ने राजस्थान के माऊंट आबू में वरिष्ठ राजयोगी बीके मृत्युंजय भाई के संयोजन में पांच दिवसीय वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित किया।जिसमें देश के उपराष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला, राजस्थान के राज्यपाल कलराज […]

दुनिया मे सबसे ऊंचा ईश्वरीय ज्ञान है भाई वैश्विक शिखर सम्मेलन में यही आवाज़ है आई 140 देशो से शांतिदूत आए थे ब्रह्माकुमारीज का हाथ बटाने हजारों में चले आये थे शांति,एकता,सम्रद्धि को आध्यात्म से ही लायेंगे बुराइयों को दूर भगाकर अच्छाई को फैलाएंगे 103 वर्षीय जानकी को देख यकीन […]

अहिन्दी भाषी एम वेंकैया नायडू बोले हिंदी में ब्रह्माकुमारीज के वैश्विक शिखर सम्मेलन में उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज जैसा कोई अन्य संगठन पूरी दुनिया नही है जो अध्यात्म, सुसंस्कारों के रास्ते सरकार की जन कल्याण योजनाओं को भी आगे बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प हो ।उन्होंने कहा […]

‘अ’ से अक्षर ज्ञान कराते अंधकार से प्रकाश में लाते ‘क’ से कायदा शुरू होता करुणा का पाठ पढाता दया,ममता इसी से उपजे प्रेम भाव के अंकुर उपजे ‘क’ से ही कर्म भी बनता कर्म बिना न जीवन चलता हिंदी वर्णमाला बहुत निराली ‘अ’ से ‘ज्ञ ‘में सिमट गई सारी […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।