हे रामेश्वर हे नागेश्वर, हे कामेश्वर जय जय जय। हे अखिलेश्वर हे विश्वेश्वर, हे श्रवेश्वर जय शिव जय॥ हे त्रिपुरारि हे कामारि, विश्वपति करुणाकर जय। नीलकन्ठ हे अम्लेश्वर, पाशुपतेश्वर जय शिव जय॥ जय शिव शंकर जय प्रलयंकर, जय गिरीश गिरिजापति जय। जय पशुपति महादेव उग्र भव, जय भीम ईशान शर्व […]