रोबो जी मंगल ग्रह में , बड़े शान से घूम रहे थे । देख वहाँ की सुन्दरता को , मन ही मन में झूम रहे थे ।। मंगल ग्रह के राजा से फिर , रोबो जी ने हाथ मिलाया । तरह – तरह के यंत्र देखकर , वह तो फूला […]
माँ तू नहीं होगी तो मेरा न जाने क्या होगा, मेरे सफर की मंजिल तो होगी पर रास्ते का क्या होगा. आजमाएगी फिर दुनिया हम दोनों के प्यार को, हमारी झूठी तकरार को, तब भावना के मेरे संसार का क्या होगा. चांद भी होगा और आसमा में ये सितारे भी रहेंगे सपनो में होगा मिलना हमारा […]
आओ मीत मेरे बैठ सपने नए सजाते हैं तुम अपनी बताना मैं अपनी सुनाऊं मिलकर कहानी नयी बनाते हैं दोनों एक आज करवाचौथ मनाते हैं हर मुलाक़ात की यादों से बारात एक सजाते हैं शादी के हर बचन को फिर से दोहराते हैं तुम ही निर्जला क्यों रहो मुझे पाने के लिए […]
मेरे सफ़र की न जाने कैसी ये शुरुआत हुई, जीते थे लाख सम्मान मगर ये कैसी मेरी हार हुई. दाना चुग परिदों की घोसलों के लिए उड़ान हुई, सपनो के घर में जिन्दगी अब मेरी मेहमान हुई. मेरे जिए किरदार की तस्वीर अब परछाई हुई, बूढी काया मेरी अब औरों की मोहताज़ हुई. शतरंज के […]
अपने मन के भावों को, उद्वेग से उठते बहावों को मै आज समेट कर हार पिरोना चाहता हूँ हाँ मै आज कुछ लिखना चाहता हूँ मेरे अन्दर मची हुई है जो हलचल, व्याकुल, व्यथा बाहर आने को रही है मचल, ना ही अपने विचारों का खुला दरबार लगाना चाहता हूँ हाँ, मै आज कुछ लिखना चाहता हूँ […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।