एक समय था, जब मुन्ना जी की नियमित दोस्ती थी शराब से, नशा मुक्ति अभियान का बैनर थामे अभियान की अगुवाई करते थे, तो सब लोग इस जुमले पर हंसी ठिठोली किया करते थे । यूं तो मुन्ना जी, और शराब दो जिस्म एक जान कहलाते रहे। पूरी जिंदगी शराब […]
स्वर्णिम आभा बिखेरते हुए सूरज ने किया श्रृंगार रम्भाति गायो के झुंड में लौट आई शक्ति अपार धूल उडाती पगडंडी और पक्षी करते मनुहार लो आ गई गोधूलि बेला गीत गाओ हजार मंदिरो में बजती घंटी और चोखट पर है इंतजार लो आ गई गोधूलि बेला करो दिल से सत्कार। […]
अब सफलता ज्ञान से नही, धन-बल से आंकी जाती है, किताबे पठन-पाठन हुआ दूर मोबाइल पर नजर आते है, कार-बंगले सोना-चांदी है लुभाते सबको, संस्कार कोसो दूर नज़र आते है, माँ-बाप को कभी पूछा नही और मन्दिर-मन्दिर शीश झुकाते है, अजीब सोच है इंसा की हाथ पर हाथ धरे बैठे […]
कोई धुन खुशी का बजाकर तो देखो, कभी बेवजह मुस्कुरा कर तो देखो, ये दुनियाँ तुम्हारे कदम चुम लेगी कदम एक आगे बढ़ाकर तो देखो!! कोई धुन खुशी का………… ये नदियों का कल,कल, हवाओं का सन, सन तुम्हे भी कोई गीत लगने लगेगा कोई प्रेम का गीत गाकर तो देखो!! […]
मिसेज अग्रवाल के इकलौते बेटे की शादी थी, शादी का घर और गहमागहमी न हो ऐसा कैसे हो सकता है, तिस पर मिस्टर अग्रवाल शहर के मशहूर व्यवसायी! रिश्तेदारों से घर ठसाठस भरा था, सबके आवभगत की पूरी व्यवस्था थी, उधर खानसामे में गांव से आई कमला( मिस्टर अग्रवाल की […]
जिनकी कृपा कटाक्ष से ,प्रज्ञा , बुद्धि , विचार । शब्द,गीत,संगीत ,स्वर ,विद्या का अधिकार ।। विद्या का अधिकार ,ज्ञान ,विज्ञानं ,प्रेम -रस । हर्ष , मान ,सम्मान ,सम्पदा जग की सरबस । ‘ ठकुरेला ‘ समृद्धि , दया से मिलती इनकी । मंगल सभी सदैव , शारदा प्रिय हैं […]
मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए।
आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं।
कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।