मुगलों की गलती का एक-एक अक्षर साफ किया था सुन, सत्रह बार मुहम्मद गोरी हमने माफ किया था सुन। कुछ फिल्मों से बुलंदियां पाकर तू मद में फूल गया, खिलजी को बतला महान माँ पद्मा का जौहर भूल गया। तुम वीरों-वीरांगनाओं की तुलना करने बैठे हो, झूठ को बतलाकर सच […]