`संक्षिप्तता` जब हुई तो थाली बजी कांसे की, सजा हुई थी उसे जांचें की। संक्षिप्तता ने सुमन खिलाए हैं खुशहाली के, अन्तरआत्मा से तृप्तित अश्रु बह रहे हैं, घरवाली के। संक्षिप्तता की अभिलाषाएं, अंतरिक्ष में उड़ान भरने की हैं। हर क्षेत्र में संक्षिप्तताएं पनप रही हैं आज, इसी में छिपा […]
जयपुर। ५ फरवरी २०१८ को इंडिया इंटरनेशनल स्कूल(जयपुर) में ‘हस्ताक्षर बदलो अभियान’ के अंतर्गत मातृभाषा . कॉम की पुस्तक(काव्य संग्रह) पर स्कूल के निदेशक डॉ.अशोक गुप्ता ने हिंदी में हस्ताक्षर कर इस अभियान का शुभारंभ किया। प्राचार्या श्रीमती माला अग्निहोत्री ने भी पहली बार हिंदी में हस्ताक्षर कर अपने आपको […]
