गले में रुद्राक्ष की माला,माथे पर चंदन का टीका और होंठों पर शिव का नाम..ये है कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी का नया अवतार। हाल में हुए हिमाचल प्रदेश और गुजरात के विधानसभा चुनावों के दौरान न सिर्फ़ राहुल गांधी मंदिर गए,बल्कि उन्होंने अपने गले में रुद्राक्ष की माला भी […]

पुस्तक समीक्षा………… वही कविता भविष्य की यात्रा तय कर पाती है जो हमारे जीवन से जुड़ी हो। उसके भाव हमारे दिल की उपज हो या दिल द्वारा ग्राह्य। जो सरलता,सहजता, सार्थकता,माधुर्य,प्रासाद एवं स्पष्ट कथन के संगम पर पाई जाती हो। रस की निष्पत्ति स्वाभाविक रूप से दिल के रास्ते चेहरे […]

नमामि मात शारदे,नमामि मात शारदे।     विनाश काम क्रोध मोह लोभ मात मार दे।           सदैव सत्य लेखनी लिखे डरे न सार दे।                अनेक भाव शब्द और शुद्ध से विचार दे। उपासना करुं प्रभात से बनी उपासनी।   […]

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झर जाते हैं सूखे पत्ते, आती है नई कोपलें आ जाती है गेंदे की बहार, तब बसन्त होता है…। पीले पुष्प,पीली सरसों, पीला परिधान,पीला श्रृंगार बनते हैं पीले पकवान, तब बसन्त होता है…। ज्ञान की देवी,स्वर की जननी, माँ सरस्वती,वीणा वादनी होता है माँ वासन्ती का जन्मोत्सव, तब बसन्त होता […]

कब टूट जाए किसे है पता, साँसों का कोमल तार है जीवन। बहने देना पर बहकने न देना, सरिता की शीतल धार है जीवन। मधुर माया-जाल में फंसना न ‘सावन’, सुन्दरी का सोलह श्रृंगार है जीवन। ऐ मन-मयूर! मत करना गुरूर, क्षणिक बसन्त-बहार है जीवन। सप्त-सुरों के सरगम से सुसज्जित, […]

जब भी हम किसी काम में असफल होते हैं तो हमेशा से ही,अपने बड़ों से सुनते आए हैं कि,-`हिम्मत रखो,फिर से कोशिश करो,सफलता जरूर मिलेगी`,लेकिन आज के बच्चे बेचारे,उतने सफल नहीं हो पाते जितनी वो मेहनत करते हैं। सबसे बड़ा कारण आरक्षण नीति है। कोई विवाद न हो, इसलिए यह […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।