केदारनाथ मे जून 2013 मे आये जल प्लावन के दृश्य देखकर व्यथित हृदय से कुछ क्रोध और क्षोभ से लिखा, प्रस्तुत । तू  तो था हे  देव सदैव, अपने भक्तों का रक्षक, फिर,   किस कारण  हे देव ? बना, तेरा दर उनका भक्षक। तेरे चरण धोकर बन जाती जो   गंगा  […]

पुरोहित अविचल प्रवाह पत्रिका के स्थायी सदस्य मनोनीत भवानीमंडी | नगर के कवि एवम साहित्यकार राजेश कुमार शर्मा”पुरोहित” को साहित्य संगम संस्थान इंदौर मध्यप्रदेश का राष्ट्रीय प्रचार प्रसार अधिकारी का अधिकारी नियुक्त किया गया है।   पुरोहित ने बताया कि साहित्य संगम संस्थान नारी मंच की मासिक ई पत्रिका अविचल […]

उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अपने-अपने बंगले 15 दिन में खाली करें, ऐसा आदेश सर्वोच्च न्यायालय ने जारी किया है। गृहमंत्री राजनाथसिंह अपने लखनऊ स्थित इस बंगले को तुरंत खाली कर रहे हैं लेकिन सभी पूर्व मुख्यमंत्री उन बंगलों को किसी न किसी बहाने हथियाए रखना चाहते हैं। मायावती ने एक […]

बाल्टी भरी के पानी से न्हातो  थो कपड़ा भी रोजाना  धुलवातो  थो  , कोई भी प्यासो   घर से नि जातो  थो  , सगलो पानी माथा पे तोकी  के आतो थो  , उ पानी कुण्डी से खेची के माथा पे , लाने वाली और कोई नि… म्हारी बई थी | गर्मी […]

बचपन,जवानी और बुढ़ापा जीवन का हर रंग खरा सा बचपन मे जिसे संस्कार मिले पढ़ने का अच्छा आधार मिले जवानी उसकी पहचान बनाती ताकत भी राष्ट्र काम आती कुसंस्कारों से वह बचा रहता सद्चरित्र उसके सदा काम आता बुढ़ापा भी उसका कष्ट न देता निरोग काया स्वस्थ्य मन देता प्रभु […]

बहुत करते हो तुम गुस्सा खफ़ा नाराज़ होते हो बड़ी आँखे दिखाते हो डराकर जान लेते हो। बहुत करते हो तुम गुस्सा खफ़ा नाराज़ होते हो। निकल जाये न सीने से दहशत में न पड़ जाये बहुत ज़िद्दी किसम के हो देख तबियत बिगड़ जाये। बहुत करते हो तुम गुस्सा […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।