रात ही है जो दिन के लिए चुनौती है दिन लगातार पीछा कर रहा है रात का यह है कि तंग कर रही है कई बार बहुत लंबी हो जाती है लोग हैं कि इसे पार कर लेते हैं अलबत्ता मैं एक रात की नदी में बह रहा हूं सदियों […]
किसी ने स्याह चश्मी से निहारा है। यही तो बस मुहब्बत का इशारा है। *************************** जबीं आया नज़र जो काकुलें बिखरीं। मेरे महबूब का प्यारा ……नज़ारा है। **************************** लटें खुलती लगे के छा रहे बादल। दिखे मुस्कान तो लगता बहारा है। *************************** तुझे उपमा भला क्या दूँ बता मुझको। कि […]