यह भारतीय देश है ऐसा जो अपने बेटों पर रोता है। कुछ शहीद यहाँ तो बाकी व्यक्ति भ्रष्टाचारी होता हैं।। भ्रष्टाचार बढ़ा यहाँ पर इतना लोग कहते विकास न होने देंगे। करना कार्य आदत नही हमारी सरकारी अनुदान दौड़ के लेंगे। लाइट लगेगी जो राहों पर उसको भी हम ही […]
रोटी-कपडा-मकान जीवन के अनिवार्य तत्व थे, दौर में दवाई-पढाई-कमाई-आवाजाई और वाई-फाई जुड गए हैं । क्या इनके बिना अब जीवन की कल्पना की जा सकती हैं, कदाचित नहीं ! हम बात करें शिक्षा और स्वास्थ्य की तो वह दयानतहारी बनी हुई हैं, उसमें सुधार की और अधिक गुजांईश है। गौरतलब संविधान में शिक्षा और स्वास्थ्य […]