सुख दुख है जीवन के गहने ये पड़ते है सभी को सहने इनमे जो तटस्थ बना रहे उसके तो बस क्या ही कहने धूप छांव की तरह है दोनो आते जरूर है बारी से दोनो इनको जीवन का अंग मान लो खुशी से बिताना धर्म मान लो एहसास जरा भी […]
चाँद माथे पे, निगाहों में सितारे लेकर, रात आई है देखो कैसे नज़ारे लेकर, ======================== सुबह तक याद ना करने की कसम टूट गई, नींद आई तेरी यादों के सहारे लेकर, ======================== नहीं आसां है सजा लेना हंसी चेहरे पर, भीगती आँखों में सुलगते शरारे लेकर, ======================== हाथ आया ना […]