कोई मन्दिर के लिए लड रहा है कोई मस्जिद के लिए लड रहा है जो लड रहा है न पूजा कर रहा है जो लड रहा है न इबादत कर रहा है लड़ना ही है तो देश के लिए लडो लड़ना ही है तो भूख के लिए लडो कुरीतियो और […]

जलियांवाला बाग कांड ने कर दिया था उद्देलित तुम्हें । डायर को  मार  गिराने की खाई थी  कसम वीर तुमने ।। अंग्रेजों की नींद हराम कर दी थी,उधमसिंह जी तुमने । लंदन जाकर मार  गिराया डायर  को  शूरवीर  तुमने ।। कर्ज न उतार  पाएंगे  हम ऐसे  बलिदानी  वीरों  का । […]

भीषण गर्मी व्याकुल बनाती अच्छो अच्छो को पसीने लाती तन पर कपड़ा भी चुभने लगा पंखा,एसी सब भाने लगा ठण्डी जगह घूमने जाते छुट्टियों का लुत्फ़ उठाते पर मजदूर मजदूरी कर रहा है पसीना पसीना हो रहा है महंगाई भी पसीना बढ़ा रही जीना मुश्किल बना रही परमात्मा सरकार को […]

शब्द साधना करने से मिलता परमात्म ज्ञान सरस्वती पुत्र वही है कलम हो जिसकी महान अमरत्व मिलता सृजन से चाहे कबीर,मुंशी या हो रसखान चले गए ,पर जिंदा है वे कहते है कबीर बोलती दुनिया तभी तो बनती लेखनी महान पुस्तको में जीता है लेखक कभी नही मरता है लेखक […]

मीडिया मे आई नकारात्मकता समाप्त हो और आध्यात्म के रास्ते पर लाकर मीडिया को भी सकारात्मक सोच के सन्मार्ग पर लेकर चला जा सके।इसके लिए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय अपने मीडिया विंग के माध्यम से भारत और नेपाल के पत्रकारो को एक वर्ष मे कम से कम दो बार […]

क्रांतिकारी योद्धा वीर शिरोमणि बिरसा मुंडा के शहीद दिवस 9 जून  पर शत्-शत् नमन ……, जल , जंगल , जमीन  के लिए लडा वह अंग्रेजों से । जाग  उठा  हर  भारतीय इस क्रांति के शंखनाद से ।। धनुष , कटारी  , तीर  से वह  लडा  शत्रु से रण में । […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।