हम कहीं भी रहे दिल हमारा धड़कता तेरे ही खयाल से है, हर साँस सुमरिनी के मनके-सी बार-बार तिरा नाम जपती है, खुशबू-सी लिपटी रहती है सोच तेरी आँख में बस चेहरा, तेरा ही समाया रहता है दिल के मकां में बसर तेरा है, दूजा कहाँ समा सके है॥ […]
काव्यभाषा
काव्यभाषा