बेटी तुम बेटी ही रहो 

0 0
Read Time1 Minute, 8 Second
cropped-cropped-finaltry002-1.png
आधुनिक युग की चादर तूने ओढ़ी है बेटी
परंपरा से चली आ रही बेटी की मर्यादा लाँघि है –
बेटे भी शर्मा रहे है ,
मजबूर हो रहे है –
तेरे स्वार्थ के आगे ।
जब तुम बाबुल के घर आती हो ,
कितनी खुश हो जाती हो –
भाभी ने दिया माँ को उल्टा उत्तर तुम्हे बर्दाश्त नहीं होता ।
माता- पिता से इतना प्यार देख ,
आँखों से पानी निकलता है
पर
बेटी !
तुम भी तो उनके घर की बहु हो
फिर क्यों उन माता – पिता से –
उनके लाल को अलग कर रही हो ।
बेटों के स्वार्थ के पीछे ,
मंथरा की राजनीती –
तुम्हारी ही तो होती है ।
बदनामी का सेहरा ,
नालायक बेटा कहकर लगता है –
तुम तो अपना आंचल झटक देती हो   ।
आखिर !
बेटी किसी ki  बहु बने तो ,
मंथरा हो जाती है –
नहीं तो केवल बेटी ही रहने से
अपनी प्यारी बेटियां प्यारी लगती है  ।
                                    #अजित कुमार

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

कभी आये ही नही...........

Mon Jun 11 , 2018
बहुत बार हुआ ऐसा कि तुम आकर भी आये ही नही। कितने गिले,कितने शिकवे,जो तुमने बतलाये ही नही। बहुत से उल्झे सवाल है हमारी जिंदगी मे यू तो, पर कभी हम दोनो ने ये सब सुलझाये ही नही। बहुत राज है  हमारे सीने मे दफन अतीत के, पर उन पर […]

पसंदीदा साहित्य

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।