धरती माँ की पुकार

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jaswant

विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून पर समर्पित

धरती माँ , की आँख में , आँसू ,
वो चीख-चीख , कर कहती है ।
क्यों , जहर मुझमे , घोल रहे हो ,
मुझमें , सारी दुनिया रहती है ।।

तुम थोड़े से , लोभ-लालच में ,
कल-कारखाने,  चलाते हो ।
विषेले धुँए , और रसायनों से ,
क्यों , तुम मुझको जलाते हो ।।

जब , कूड़े-कचरे वाला पानी ,
मेरी रगो , में बहता है ।
मेरा , दर्द ! तुम क्या जानोगे  ,
मेरा दम , घुटता रहता है ।।

पेड़ – पौधे , कटते जा रहे ,
विकास , की बलिवेदी पर ।
दिनों दिन , जल रही हूँ , मै ,
ग्लोबल वार्मिंग , का है असर ।।

जल , ध्वनि , वायु प्रदूषण ,
इनसे , मेरा अस्तित्व संकट में ।
सब पर , रोकथाम करलो , वरना ,
समा जाउंगी , मै , मिनट में ।।

” जसवंत “, करे करबद्ध विनती ,
धरती माँ को बचाना होगा ।
भावी पीढ़ी , के भविष्य के लिए ,
पर्यावरण हमें बचाना होगा ।।

नाम – जसवंत लाल बोलीवाल ( खटीक )

पिताजी का नाम – श्री लालूराम जी खटीक ( व.अ.)

माता जी का नाम – श्रीमती मांगी देवी

धर्मपत्नी – पूजा कुमारी खटीक ( अध्यापिका )

शिक्षा – B.tech in Computer Science

व्यवसाय – मातेश्वरी किराणा स्टोर , रतना का गुड़ा

राजसमन्द ( राज .) 

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।