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सच की राह कहाँ आसान होती है,
खुदी इसमें अपनी कुर्बान होती है।
जलाना पड़ता है दिल ओरों के लिए,
दफन इसमें अपनी पहचान होती है।
अपने भी होते हैं खिलाफ़ कभी,
फीकी उनकी भी कभी मुस्कान होती है।
मुश्किलें होती हैं लाखों राहों में लेकिन,
मुश्किलों में ही सच की पहचान होती है।
सत्य परेशान होगा,पराजित नहीं,
इसी हौंसले से सारी उड़ान होती है॥
##कैलाश भावसार
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