माँ-बाप

0 0
Read Time52 Second
naveen bilaiya(ad)
रब तो रहमत करता है सदा एक-सी सब पर,
फिर क्यों अलग-सा ही वो सबसे पाते हैं।
अरे जो पूछते हैं ऐसा,उन्हें बता दो बस इतना,
अलग-सा पाने वाले माँ-बाप के चरणों में शीश झुकाते हैं।
वो कुछ नहीं करते इसके अलावा अलग पूरी जिंदगी में,
फिर भी उनके ये काम ही तो वरदान बन जाते हैं।
देखकर उनकी भाक्ति को माँ-बाप के लिए,
भगवान भी खुश होकर कृपा उन पर बरसाते हैं।
पूरी कायनात हो जाती है नतमस्तक उनके आगे,
जो माँ-बाप के आगे अपने शीश को झुकाते हैं।
बस कारण यही एक है मेरे दोस्तों,  सफलता का उनकी,
जो उन्हें इस पूरे विश्व में अलग और महान बनाते हैं॥
  #एड. नवीन बिलैया

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

सुख में कहाँ राम याद आते हैं

Mon Dec 11 , 2017
मुस्कुराता प्यारा बचपन दिन प्यारे वह सुहाने, मस्ती के सारे,सब काम याद आते हैं। स्कूल की वो पढ़ाई दोस्तों से हुई लड़ाई, वो परीक्षा वो,परिणाम याद आते हैं। वो अँधेरा मैं अकेला डरता सहमा हुआ-सा, भूतों के डर से,हनुमान याद आते हैं। तरुणाई की प्यारी यादें प्रियतम से फरियादें, इश्क़ […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।