नहीं लगता…

0 0
Read Time1 Minute, 0 Second
krishnkumar nirav
वतन का रूप बदलेगा कभी,मुझको नहीं लगता,
चमन खुशबू से महकेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
खिलेंगे फूल खुशियों के गरीबों के भी जीवन में,
अब ऐसा सूरज निकलेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
दिनों-दिन जिस कदर अपने में बढ़ती जा रही महंगाई,
चने का भाव उतरेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
गगन के चांद को जब राहु ने है ग्रस लिया पूरा,
किसी कीमत पे उगलेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
तुम्हें लगता है यह जो फिर,चुगेगा हंस भी मोती,
समय इतना भी सुधरेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
मैं अपने में बहुत सोचा जब,उसने यह कहा मुझसे,
दूध हर घर में निकलेगा कभी,मुझको नहीं लगता।
सियासी बादलों का दल भले ही क्षेत्र में दौड़े,
किसी हालत में बरसेगा कभी,मुझको नहीं लगता॥
                                                #डॉ.कृष्ण कुमार तिवारी ‘नीरव’

matruadmin

Average Rating

5 Star
0%
4 Star
0%
3 Star
0%
2 Star
0%
1 Star
0%

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

छोटे दिल 

Thu Nov 9 , 2017
लोगों के दिल छोटे और घर बड़े हो गए, बड़ा कमाल हुआ इस सदी में विजय, कपड़े छोटे और सपने बड़े हो गए। कमाई थी खुशियां जिनके लिए हमने, सियासी जंग में वो सामने खड़े हो गए। कमाए थे अपनों की खातिर जो सिक्के, कागज के वो टुकड़े रिश्तों से […]

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।