सिर्फ मन की आस लिखती हूँ..

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rajeshwari
हास्य लिखती हूँ,न परिहास लिखती हूँ,
सिर्फ मन के भाव लिखती हूँ।
दूर लिखती हूँ,न पास लिखती हूँ,
सिर्फ मन की आस लिखती हूँ॥
अपने लिखती हूँ,न बेगाने लिखती हूँ,
सिर्फ मिले जो दर्द उकेरती हूँ।
बहार लिखती हूँ,न पतझड़ लिखती हूँ,
सिर्फ मौसम में बसंत लिखती हूँ॥
जेठ लिखती हूँ,न आषाढ़ लिखती हूँ,
सिर्फ मनभावन सावन की बहार लिखती हूँ।
सावन लिखती हूँ,न भादो  लिखती हूँ,
सिर्फ मैं तो दहका-दहका पलाश लिखती हूँ॥
दर्द लिखती हूँ,न खुशी लिखती हूँ,
सिर्फ न आने वालों का इंतजार लिखती हूँ।

                                                                                      #श्रीमती राजेश्वरी जोशी

परिचय : श्रीमती राजेश्वरी जोशी का निवास अजमेर (राजस्थान) में है। आप लेखन में मन के भावों को अधिक उकेरती हैं,और तनुश्री नाम से लिखती हैं।

matruadmin

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

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