सफर मीलों का……

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sanjay dr.
राही हूँ इस सफ़र का,
तो हिस्सा हूँ किसी क़ाफ़िले का,
मंज़िल मेरी मुझे कहीं नज़र न आई,
सफ़र तय कर आया मीलों का॥
दुनिया की भीड़ में शामिल हूँ,
अलग से मेरी कोई  पहचान नहीं,
ख़ुद से बेख़बर दौड़ रहा हूँ वो दौड़,
जिसका कोई अवसान नहीं॥
पैरों तले कुचले जाने का एक अदृश्य-सा, भय बैठा है मन में,
एक भेड़चाल चले जा रहा हूँ,
ख़ुद की इच्छाओं का
कोई भान नहीं॥
असफलता से डरता हूँ इसलिए,
हिस्सा बन गया  बुज़दिलों का,
मंज़िल मेरी मुझे कहीं नज़र न आई, सफ़र तय कर आया मीलों का॥
शामिल होने को इस अनजाने मेले में,
ख़ुद से ही फ़ासले हो गए हैं
पहचानने को अनजानी सूरतें,
बरस ख़ुद से ही मिले हो गए हैं॥
एक ख़्वाब जो हक़ीक़त
में कहीं था ही नहीं,
उसके पीछे भाग रहा हूँ।
मंज़िल जो है ही नहीं,
उसे पाने की चाह में
अपनों से ही गिले हैं॥
सुना न आह दिल की आवाज़ कभी,
हिस्सा बन गया हूँ झमेलों का।
मंज़िल मेरी मुझे कहीं नज़र न आई,
सफ़र तय कर आया मिलों का॥
                                                                           #डॉ.संजय यादव
परिचय : डॉ.संजय यादव राजस्थान के झुंझनूं जिले के पचेरी छोटी में रहते है। शिक्षा में अजमेर से एमबीबीएस किया है। वर्तमान में दिल्ली में कार्यरत हैं।

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।