मातृ दिवस – माँ

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बरस बीत गया,
समय ठहर–सा गया,
तेरे साथ बीतीं कई यादें दे गया।।
सुनहरे सपने पनप रहे थे तभी ममता की छाँव ले गया,
तेरे आँचल की महकी–सी बहार दे गया।।

न कोई संशय था, फिर भी आँखें नम कर गया,
यकायक ही तेरे जाने का संदेश दे गया।।

आँगन की तुलसी को बेदम कर गया,
हरियाली भरी मिट्टी को सूखा कर गया।।

सींचा था बाग़ आज सूना कर गया,
झूलों पर बच्चों की फूलवारी को रीता कर गया।।

रसोई के स्वाद को फीका कर गया,
सौंधी तीखी मीठी–सी महक को नदारद कर गया।।

तेरी छाया से पल रहा मन तन्हा कर गया,
तेरा साया ज़िम्मेदारी का कलश भर गया।।

हमेशा के लिए यादों का गुलदान दे गया,
तेरा जाना तेरी ममता का मोल कर गया।।

सूनी दहलीज़, सूना आँगन कर गया,
मेरी रुदन करती हुईं आँखों को सम्बल से भर गया।

कई पहरे, कई मर्यादाएँ सौंप गया,
मेरी पहचान मेरे सब्र को चुनौती दे गया।।

बीता बरस माँ की जुदाई दे गया,
बदलते रिश्तों को निभाने की दुहाई दे गया।।

#आरती सोलंकी
पता : 85/9, गड़ात रोड़
असाड़पुरा अलीराजपुर, जिला
अलीराजपुर (म.प्र.)
चलभाष : 8839961197
ईमेल : artiysolanki1@gmail.com

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।