अच्छी नींद के लिए तनाव मुक्त रहना आवश्यक है

0 0
Read Time4 Minute, 45 Second

नींद प्राणी के जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है। नींद से प्राणी नई ऊर्जा को ग्रहण कर कार्यों को सही ढंग से करने में सक्षम होता है, जिन व्यक्तियों की नींद पूरी नहीं होती उनकी स्थिति शराबी जैसी होती है। लंबे समय तक नींद पूरी न हो तो इससे प्राणी को गंभीर शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम हो सकता है। आज विश्व की एक बड़ी आबादी नींद की समस्या से ग्रस्त है। अध्ययनों में पाया गया कि हर 10 में से 3 व्यक्ति नींद की समस्या से ग्रस्त है। भारत के महानगरों में निवास करने वाले 50% लोग अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते हैं। 72% भारतीयों की रात में 3 से अधिक बाद नींद टूटती है 11% लोगों को नींद पूरी न होने के कारण अपने काम से छुट्टी लेनी पड़ती है इसके बावजूद केवल 2% लोग ही नींद की समस्या के उपचार हेतु चिकित्सक के पास जाते हैं। शोधों में यह प्रमाणित हुआ है कि अनिद्रा अनेक बीमारियों का कारण है। पर्याप्त नींद से व्यक्ति अगले दिन अपने को ऊर्जावान अनुभव करता है जबकि आप पर्याप्त नींद लेने से व्यक्ति अपने आप को उर्जा हीन महसूस करता है। बच्चों को 17 घंटे, किशोरों को 9-10 घंटे तथा वयस्कों के लिए 6-8 घंटा सोना पर्याप्त होता है।

अनिद्रा के लक्षण:-

  • रात में नींद न आना
  • ध्यान में समस्या
  • सुस्ती
  • दिन में थकान रहना
  • काम के समय नींद आना
  • सुबह सोकर उठने पर ऊर्जावान महसूस न करना
  • बार-बार नींद का टूटना
  • रात में नींद खुल जाने पर दोबारा न आना
  • देर से सोना एवं जल्दी उठ जाना
  • भारी पलकें
  • चिड़चिड़ापन

अनिद्रा के कारण होने वाले शारीरिक रोग:-

  • मधुमेह
  • उच्च रक्तचाप
  • कब्ज
  • बदहजमी
  • एसिडिटी
  • मोटापा
  • महिलाओं में माहवारी से जुड़ी समस्याएं
  • याददाश्त में कमी
  • हार्मोन संबंधी समस्याएं
  • हृदय आघात
  • अस्थमा का दौरा
  • मिर्गी के दौरे का जोखिम
  • सूजन
  • अवसाद
  • मानसिक स्वास्थ संबंधी समस्याएं

नींद की समस्या के कारण:

  • काम का अत्यधिक दबाव
  • चिंता
  • भावनात्मक समस्याएं
  • देर रात तक चलने वाली पार्टियां
  • देर रात तक टेलीविजन देखना
  • देर रात तक शोसल मीडिया पर सक्रिय रहना
  • प्रतिदिन सोने के समय में परिवर्तन करना
  • उच्च स्तर का तनाव
  • गंभीर बिमारी
  • अनियमित दिनचर्या
  • शोरगुल एवं अत्यधिक प्रकाश वाली जगह सोना
  • नकारात्मक विचार आना
  • व्यायाम न करना
  • धूम्रपान करना
  • सोते वक्त मोबाइल व टेलीविजन का प्रयोग करना
  • रात में अधिक भोजन करना
  • दिन में सोना
  • उत्तेजक दवाओं का इस्तेमाल
  • नशा
  • विटामिन डी की कमी
  • सोने की गलत स्थितियाँ
  • बिना पर्याप्त खाना खाए सोना

अच्छी नींद के उपाय:-

  • नियमित दिनचर्या रखें
  • अधिक तनाव न ले
  • शरीर व मन को पर्याप्त आराम दें
  • रोज एक ही समय पर सोने और उठने की आदत डालें
  • सोने से पहले कैफीन, शराब व निकोटीन न लें।
  • सोने के 5 घंटे पहले व्यायाम करें
  • दिन में न सोए
  • सही अवस्था में लेटें
  • कम प्रकाश व शांत कमरे में सोएं।
  • बिस्तर पर लेटने के 20 मिनट में नींद नहीं आती है तो शवासन या रिलैक्सेशन एक्सरसाइज करें
  • सोने से पहले गुनगुने पानी से स्नान करें,
  • पसंदीदा संगीत सुने,
  • अपनी पसंद की पुस्तकें पढ़ें।
  • बिस्तर पर तभी जाए जब सोना हो।

उपचार:-
काउंसलिंग
व्यवहार चिकित्सा
संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा
दवाएं

डॉ मनोज कुमार तिवारी
वाराणसी

matruadmin

Next Post

इत्तेफ़ाक़ नहीं था…..

Sun Jul 18 , 2021
इत्तेफ़ाक़ नहीं है ,था तुम्हारा इस कदर मेरे जीवन में आना ना जाने नियति ने कितने कितने गुढ से रहस्यों से तुमको हमसे मिलाने के जत्न किए होंगे हमारे तुम्हारे मन के मनोभावों को कितना पढ़ कर आत्ममंथन किया होगा हमारे रचियेताऔ ने ब्रह्मांड में विद्यमान किंतु अलग-अलग भटक रही […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।