इत्तेफ़ाक़ नहीं था…..

1 0
Read Time1 Minute, 15 Second

इत्तेफ़ाक़ नहीं है ,था
तुम्हारा इस कदर
मेरे जीवन में आना
ना जाने नियति ने
कितने कितने गुढ से
रहस्यों से
तुमको हमसे मिलाने के जत्न
किए होंगे
हमारे तुम्हारे मन के मनोभावों को
कितना पढ़ कर
आत्ममंथन किया होगा
हमारे रचियेताऔ ने
ब्रह्मांड में विद्यमान
किंतु अलग-अलग भटक रही
उर्जाओ का एकाकार करने में
वह इत्तेफाक ना होकर
एक सुखद संयोग रहा होगा
जब नियति ने हमें एक दूसरे को
सौंपा होगा
जानती होगी
हमारे कई जन्मों के इंतजार को
हर क्षण की बेकरारी को
लिखना चाहती होगी
कुछ नए से अध्यायों को
इतिहास के झरोखों की खातिर
रचना चाहती होगी
कुछ अनसुने से किस्सों को
सच है ना
वह सुखद एहसास
जो हमारी मधुर स्मृतियों का स्पंदन है
हमारी अमानत है
वह सिर्फ संयोग ही होगा
जो दो आत्माओं का
योग करके
एक कर गया होगा ।

स्मिता जैन

matruadmin

Next Post

रोकना होंगे मानवता के विरुध्द शक्ति के प्रयोग

Sun Jul 18 , 2021
मानवीय संस्कृति पर निरंतर संकट के बादल मडरा रहे हैं। चीन की सरजमीं से जैविक युध्द का होने वाला शंखनाद अब कोरोना की तीसरी लहर के रूप में सामने है तो अमेरिकी सेना की वापसी के साथ ही अफगानस्तान पर तालिबान का कब्जा होता जा रहा है। अनेक देश तालिबान […]

नया नया

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।