आंतरिक मनमोहना……

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आंतरिक व्यक्तित्व से ही
ये मन का गहना होता है
जीवन पथ पर अग्रसर ये
सर्वत्र मनमोहना होता है

मनुष्य की भाव भंगिमा
हृदय का दर्पण होती है
कर्मों की अजब कहानी
स्वयं को अर्पण होती है।

जीवन पथ की बाधाओं
में कष्ट साध्य से सहना है
नित्य संघर्षों से पहले ही
खुद को ही मन मोहना है

व्याकुल मन की बेचैनी
को दुखों से ही हरना है
जीवन को संवारने एवं
सजाने में फिर लगना है।

बाह्य आडंबर से प्रदर्शन
अंततः धोखा ही देता है
सात्विक जीवन शैली से
मधुरम मौका ही देता है।

सृजन पुष्प की बेला में
श्रेष्ठ कृत्य को करना है
जीवन क्षेत्र की कोशिश
में सबका मन मोहना है।

एम.एल. नत्थानी

रायपुर, छत्तीसगढ़

परिचय-

नाम– मुरारी लाल नत्थानी

जन्मतिथि– २ अक्टूबर,१९५४

शैक्षणिक योग्यता
बी. कॉम, एमए, एल.एल.बी

व्यवसाय— वाणिज्यिक कर अधिकारी (सेवानिवृत्त), रायपुर, छत्तीसगढ़ शासन

रायपुर (छत्तीसगढ़)

संगठन और दायित्व
प्रांत संयोजक, भारतीय इतिहास संकलन समिति, रायपुर, छत्तीसगढ़

अन्य गतिविधि

विविध शोध आलेख,
शोधार्थी (Ph.D),
रिसर्च प्रोजेक्ट (छत्तीसगढ़),
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद,
नई दिल्ली

संघ अनुभव (RSS)
तृतीय वर्ष प्रशिक्षित – १९७४

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