आंतरिक मनमोहना……

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आंतरिक व्यक्तित्व से ही
ये मन का गहना होता है
जीवन पथ पर अग्रसर ये
सर्वत्र मनमोहना होता है

मनुष्य की भाव भंगिमा
हृदय का दर्पण होती है
कर्मों की अजब कहानी
स्वयं को अर्पण होती है।

जीवन पथ की बाधाओं
में कष्ट साध्य से सहना है
नित्य संघर्षों से पहले ही
खुद को ही मन मोहना है

व्याकुल मन की बेचैनी
को दुखों से ही हरना है
जीवन को संवारने एवं
सजाने में फिर लगना है।

बाह्य आडंबर से प्रदर्शन
अंततः धोखा ही देता है
सात्विक जीवन शैली से
मधुरम मौका ही देता है।

सृजन पुष्प की बेला में
श्रेष्ठ कृत्य को करना है
जीवन क्षेत्र की कोशिश
में सबका मन मोहना है।

एम.एल. नत्थानी

रायपुर, छत्तीसगढ़

परिचय-

नाम– मुरारी लाल नत्थानी

जन्मतिथि– २ अक्टूबर,१९५४

शैक्षणिक योग्यता
बी. कॉम, एमए, एल.एल.बी

व्यवसाय— वाणिज्यिक कर अधिकारी (सेवानिवृत्त), रायपुर, छत्तीसगढ़ शासन

रायपुर (छत्तीसगढ़)

संगठन और दायित्व
प्रांत संयोजक, भारतीय इतिहास संकलन समिति, रायपुर, छत्तीसगढ़

अन्य गतिविधि

विविध शोध आलेख,
शोधार्थी (Ph.D),
रिसर्च प्रोजेक्ट (छत्तीसगढ़),
भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद,
नई दिल्ली

संघ अनुभव (RSS)
तृतीय वर्ष प्रशिक्षित – १९७४

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संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।