
गुरु की महिमा है अपरम्पार,
नैया जो लगाए हमारी पार।
पढ़ना सिखाए,लिखना सिखाए,
हर प्रश्न का हमें उत्तर बताए।
मुश्किल घड़ी से लड़ना सिखाए।
ज्ञान की ज्योति दिल मे जलाए,
गुरु की महिमा है अपरम्पार,
नैया जो लगाए हमारी पार।
हम नन्हे बच्चों पे प्यार लुटाए,
सदाचार का हमें पाठ पढ़ाए।
मन मष्तिस्क को सुदृढ़ बनाए,
जीवन जीना हमें सिखलाए।
गुरु की महिमा है अपरम्पार,
नैया जो लगाए हमारी पार।
अच्छे बुरे का हमें ज्ञान कराए,
सत्य झूठ की पहचान बताए।
अच्छा नागरिक हमको बनाए,
नींव देश की वो सुदृढ़ बनाए।
गुरु की महिमा है अपरम्पार,
नैया जो लगाए हमारी पार।
गुरु जी करते हमारा उद्धार,
खोलें सफलता के सौ द्वार।
गुरुओं को नमन है बारम्बार,
गले पहनाएं हम पुष्प हार।
गुरु की महिमा है अपरम्पार,
नैया जो लगाए हमारी पार।
स्वरचित
सपना (स. अ.)
जनपद-औरैया