2021 दे आपको…

0 0
Read Time1 Minute, 31 Second

करे न कोई गम अब
जाते हुए 2020 का।
जो बीता सो बीता
अब गुजर गया साल।
सिखा गया जाते जाते
लोगों के दिलमें प्रेमभाव।
नहीं आया विपत्ति में
धनदौलत अब की बार।
भूला कर अपने सारे गम
करे नई सोच के साथ शुरूबात।।

नया साल दे आपको,
मन माफिक परिणाम।
सभी ख्वाब पूरी हो,
करते प्रार्थना ईश्वर से ।
सभी को रिद्धि दे,
सिद्धि दे,
वंश में वृद्धि दे।
ह्रदय में ज्ञान दे,
चित्त में ध्यान दे।
अभय वरदान दे,
दुःखो को दूर कर।
सुख भर पूर दे,
आशा को संपूर्ण कर।
सज्जन जो हित दे,
कुटुंब में प्रीत दे ।
जग में जीत दे,
माया दे, साया दे ।
और निरोगी काया दे,
मान-सम्मान दे।
सुख समृद्धि और ज्ञान दे।
शान्ति दे, शक्ति दे,
और भक्ति भरपूर दें…।
ऐसी में देता हूँ,
शुभकामनाएं दिल से।
रहे अमन और शांति
अपने इस मुल्क में।
हिल मिल कर रहे
हमसब अपने भारत में।।

2020 को भूलकर नव वर्ष 2021 की मंगल शुभकामनाएं आप सभी को दिल से देता हूँ। जो आपको हर खुशी के साथ शक्ति शांति समृध्दी दे।।

जय जिनेन्द्र देव
संजय जैन (मुम्बई)

matruadmin

Next Post

अटल मार्ग के फक्कड़ पथिक गौरी भाऊ

Thu Dec 31 , 2020
कृषकों, मजदूरों और आमजनों की समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ आम आदमी की तरह सहज, सरल-शैली, व्यक्तित्व और जन-रागात्मकता से युक्त ठेठ देशी अंदाज में अपनी बात रखने वाले गौरीशंकर बिसेन का बचपन से ही गांव की माटी व शहरों की गलियों से गहरा नाता रहा। शोषित, वंचित और पीड़ितों […]

पसंदीदा साहित्य

संस्थापक एवं सम्पादक

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।