निकिता के परिजनों से मिलने विहिप कार्याध्यक्ष आलोक कुमार पहुंचे बल्लभगढ़

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एक करोड़ मुआवजा, त्वरित न्याय एवं लवजिहाद व धर्मांतरण रोकने हेतु बने कानून

         बल्लभगढ़ । अक्तूबर 30, 2020। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार, एडवोकेट आज प्रात: हरियाणा के बल्लभगढ़ में निकिता के परिवार से मिले और उन्हें सांत्वना दी। यह बहुत ही कारुणिक दृश्य था। एक प्रतिभावान और आसमान छूने की उमंग रखने वाली लड़की इस्लामिक जिहादियों के हाथों मार दी गई। इस पर धैर्य करना कठिन ही है। इस अवसर पर निकिता के परिजन और अन्य नजदीकी रिस्तेदार भी थे।

         घर से बाहर निकल कर पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि इस्लामो-फासिस्ट जिहादियों की कार्यवाहियों से विश्वभर में सभ्य समाज की अभिव्यक्ति की आजादी, मानव की गरिमा और जीवन संकट में आ रहे है। सबको इसका मिलकर मुकाबला करना होगा।

         क्षेत्र में बढ़ती लव-जिहाद धर्मांतरण तथा हिन्दू उत्पीड़न की घटनाएं बेहद चिंतनीय हैं। आखिर कितनी बेटियाँ इन हिन्दू द्रोही जिहादी मानसिकता की शिकार होती रहेंगी? उन्होंने मांग की कि बेटी के परिजनों को एक करोड़ का मुआवजा सरकार तुरंत दे तथा लव-जिहाद व जबरन या छल पूर्वक धर्मांतरण पर पूर्ण प्रतिबंध हेतु सरकार एक कठोर कानून बनाए।  

         न्याय के अवरोधों को दूर करने हेतु विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि हमारी मांगों को मानते हुए राज्य सरकार ने फास्ट-ट्रेक कोर्ट का गठन, 30 दिन में सभी दोषियों के विरुद्ध चालान तथा प्रतिदिन सुनवाई की बातें स्वीकार लीं हैं। विश्व हिन्दू परिषद् भी इन सबकी निगरानी करेगा कि न्याय में कोई विलंब या अवरोध ना आने पाए।  

         श्री आलोक कुमार ने यह भी कहा कि हरियाणा, खासकर मेवात और उससे जुड़े क्षेत्र, में लगातार हो रही हिन्दू विरोधी व राष्ट्र विरोधी घटनाओं तथा इस प्रकार के हमलों की पुनरावृत्ति रोकने हेतु भी सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे। ऐसे कई मामले ध्यान में आये है जिनमें हिन्दू बेटियों का वर्षों से कोई आता-पता नहीं है और माता-पिता तथा परिजन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा, मेवात के संदर्भ, कुछ माह पूर्व नूह में की गईं घोषणाओं पर शीघ्र अमल करने का भी अब समय आ गया है।

         हिन्दू समाज इस लड़ाई को यहाँ तक लाया है। अब विश्व हिन्दू परिषद इसे अंतिम पढ़ाव  तक पहुंचाए बिना विराम नहीं लेगी। हम हर बेटी को न्याय दिलवाकर रहेंगे।          

जारीकर्ता
विनोद बंसल
राष्ट्रीय प्रवक्ता, विश्व हिंदू परिषद

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मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष, ख़बर हलचल न्यूज़, मातृभाषा डॉट कॉम व साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। साथ ही लगभग दो दशकों से हिन्दी पत्रकारिता में सक्रिय डॉ. जैन के नेतृत्व में पत्रकारिता के उन्नयन के लिए भी कई अभियान चलाए गए। आप 29 अप्रैल को जन्में तथा कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएच.डी की उपाधि प्राप्त की। डॉ. अर्पण जैन ने 30 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण आपको विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2020 के अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से डॉ. अर्पण जैन पुरस्कृत हुए हैं। साथ ही, आपको वर्ष 2023 में जम्मू कश्मीर साहित्य एवं कला अकादमी व वादीज़ हिन्दी शिक्षा समिति ने अक्षर सम्मान व वर्ष 2024 में प्रभासाक्षी द्वारा हिन्दी सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं, साथ ही लगातार समाज सेवा कार्यों में भी सक्रिय सहभागिता रखते हैं। कई दैनिक, साप्ताहिक समाचार पत्रों व न्यूज़ चैनल में आपने सेवाएँ दी है। साथ ही, भारतभर में आपने हज़ारों पत्रकारों को संगठित कर पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन भी चलाया है।