ज्यादा होशियार मत बनिए

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मिसेज शर्मा और मिसेज वर्मा दोनों पड़ोसन के साथ साथ अच्छी मित्र भी थी ।एक दिन मिसेज शर्मा को किसी काम से बाहर जाना था तो वह अपने बेटे छोटू को मिसेज वर्मा से देखते रहने को कहकर चली गयी।

इधर छोटू खूब खेल रहा था।सामने से उड़ रही घूल उसके पूरे शरीर को गंदा कर रहा था घूल के कुछ कण छोटू के नाक में जाते ही सुरसूरी सी महसूस हुई और वह वेतहाशा छीकने लगा इतने में वहाँ मिसेज वर्मा आ जाती हैं।छोटू को वेतहाशा छीकता देख वो समझती है कि इसे कोरोना हो गया और वह किसी चीज को हाथ नहीं लगाती यथा स्थिति बनी रहती है।

तत्पश्चात मिसेज शर्मा आ जाती है वह छोटू को गोद में लेकर उसके गंदे कपडे बदलने लगती है।मिसेज शर्मा कुछ भी नहीं छूती और जांच कराने के लिए कहती हैं ।

आखिर बेटे का सवाल था जाँच हुआ सभी टेस्ट हुए रिपोर्ट में कुछ नहीं आया मामूली धूलकण और पूरे 15000 रूपये खर्च हो गये।

इस घटना के बाद जब कहीं जाना होता है छोटू को साथ ले जाती है मिसेज शर्मा और मिसेज वर्मा की दोस्ती भी नहीं रही दोनों एक दूसरे से बोलती तक नहीं।

आशुतोष 
पटना बिहार 
                           

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।