नैत्री का बालप्रेम

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वो प्रसिद्ध फिल्मी हीरोईन थी। अब उम्र हो चली और फिल्में मिलनी बंद होने लगी तो एक बड़ी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो गयी और टिकट भी हासिल कर लिया।
बड़े नेताओं ने समझा दिया था-‘ तुम अपनी छवि वैसी ही रखना जैसी फिल्मों के किरदार में थी,बच्चों से बेहद प्यार।
गांव के बच्चों को उठाना, पुचकारना, प्यार करना, चाॅकलेट देना—सब तुम्हारे कायल हो जायेंगे’
वो हां करके प्रचार करने निकली।
दर-दर , गांव-गांव तेज धूप में जाना उसे किसी मुसीबत से कम नहीं लग रहा था।
गांव के एक नंगधड़ंग बच्चे को उठाया। बच्चे को उठाते ही दुर्गंध से उसे उल्टी आने लगी। जल्दी जल्दी बच्चे को नीचे उतारकर चाकलेट थमाकर कार में जा बैठी।
सेक्रेटरी से कोल्ड़्रींक मांगा, आधा पीया तब तक सेक्रेटरी ने पेस्ट्री दे दी। मैड़म भूख लगी होगी थोड़ा खा लिजिये।
खाकर आधी पेस्ट्री और आधी भरी कोल्ड़्रींक की बोतल बाहर उछाल दी और कार धूल उड़ाती दूसरे गांव चल दी। पीछे रह गये गांव के नंगधड़ंग भूखे बच्चे जो कोल्ड़्रींक की बोतल और पेस्ट्री के ड़िब्बे पर टूट पड़े।
#सुषमा व्यास ‘राजनिधि’

परिचय—–

नाम— सुषमा व्यास ‘ राजनिधि’
लेखिका, कहानीकार, कवियित्री, समीक्षक
शिक्षा- हिन्दी साहित्य में एम ए– मेरिट में स्थान प्राप्त

संप्रति– उपाध्यक्ष– विचारप्रवाह मंच
सदस्य– इंदौर लेखिका संघ, विश्व मैत्री मंच भोपाल, विश्वहिन्दी संस्थान कनाड़ा, शुभ संकल्प ग्रुप, तूलिका समाजसेवी संस्था।

1- देश के अनेक पत्र पत्रिकाओं में लेखन– वीणा, अनुगुंजन , स्वर्णवाणी, आलोकपर्व, पवनपुत्र, राईजिंग स्टेप अन्य
साहित्यिक पत्रिकाओं में कविता, कहानियां, आलेख प्रकाशित
2–पत्रिकाओं में हर माह नियमित धार्मिक लेख प्रकाशित
3–पप प्रदेशवार्ता ई पोर्ट में सफल नारी पर साक्षात्कार प्रेषित।
अब तक सफलतम 10 साक्षात्कार गूगल पर।
4– अनेक ई पोर्टल–
हिन्दी लेखनी ड़ाट काम
मातृभाषा हिन्दी
शुभसंकल्प ड़ाॅट काम
मैसेंजर आफ आर्ट
प्रदेशवार्ता
प्रतिलिपी
रचनाकार
स्टोरी मिरर

में समीक्षा, आलेख , कविता, कहानियां प्रकाशित।
5– आड़ियो और विड़ीयो के जरीये भी कहानी , कविता का प़सारण।
6– इंदौर लःखिका संघ की — अंगदान और राष्ट्रभक्ति पत्रिका में भी प्रकाशन।
7–शुभसंकल्प मंच के साझा संग्रह में भी लघुकथा और कविता प्रकाशित
8– इंदौर के अभिनव संस्था में सतत् 13 घंटे चलने वाले कार्यक्रम में कहानी पाठ
9– राष्ट्रीय पुस्तक मेले में काव्यपाठ
10- विचारप्रवाह लघुकथा संग्रह मे लघुकथा का प्रकाशन

पता– सुषमा व्यास
इंदौर ( म. प्र.)

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डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’

आपका जन्म 29 अप्रैल 1989 को सेंधवा, मध्यप्रदेश में पिता श्री सुरेश जैन व माता श्रीमती शोभा जैन के घर हुआ। आपका पैतृक घर धार जिले की कुक्षी तहसील में है। आप कम्प्यूटर साइंस विषय से बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग (बीई-कम्प्यूटर साइंस) में स्नातक होने के साथ आपने एमबीए किया तथा एम.जे. एम सी की पढ़ाई भी की। उसके बाद ‘भारतीय पत्रकारिता और वैश्विक चुनौतियाँ’ विषय पर अपना शोध कार्य करके पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। आपने अब तक 8 से अधिक पुस्तकों का लेखन किया है, जिसमें से 2 पुस्तकें पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हैं। मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मातृभाषा डॉट कॉम, साहित्यग्राम पत्रिका के संपादक डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ मध्य प्रदेश ही नहीं अपितु देशभर में हिन्दी भाषा के प्रचार, प्रसार और विस्तार के लिए निरंतर कार्यरत हैं। डॉ. अर्पण जैन ने 21 लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हिन्दी में परिवर्तित करवाए, जिसके कारण उन्हें वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्डस, लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान प्रदान किया गया। इसके अलावा आप सॉफ़्टवेयर कम्पनी सेन्स टेक्नोलॉजीस के सीईओ हैं और ख़बर हलचल न्यूज़ के संस्थापक व प्रधान संपादक हैं। हॉल ही में साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति परिषद्, संस्कृति विभाग द्वारा डॉ. अर्पण जैन 'अविचल' को वर्ष 2020 के लिए फ़ेसबुक/ब्लॉग/नेट (पेज) हेतु अखिल भारतीय नारद मुनि पुरस्कार से अलंकृत किया गया है।